सोरायसिस एक गंभीर स्किन डिजीज (त्वचा सम्बन्धी बीमारी) है, जो आपकी त्वचा को काफी प्रभावित करता है| यह एक ऑटोइम्यून रोग है जो आपकी त्वचा में सूजन का कारण बनता है| ऑटोइम्यून रोग एक ऐसी कंडीशन होती है, जिसमें आपका इम्यून सिस्टम आपके हेल्दी सेल्स को ख़राब कर देता है| सोरायसिस में ये कंडीशन आपकी त्वचा के सेल्स को प्रभावित करता है जिसकी वजह से आपके स्किन सेल्स का जीवन चक्र, यानी की लाइफ साइकिल पर काफी असर पड़ता है|
एक हेल्दी इंसान के स्किन सेल्स अंदर से बढ़ते हैं और महीने में एक बार त्वचा के ऊपर आकर नष्ट हो जाते हैं | पर सोरायसिस से जूझ रहे व्यक्ति में 14 दिनों में ही ये स्किन सेल्स त्वचा की सतह के ऊपर आ जाते हैं और नष्ट हो जाते हैं, जिसकी वजह से त्वचा लाल, सफ़ेद पपड़ीदार और सूज जाती है| साथ ही, त्वचा में खुजली और जलन की समस्या भी होती है|
सोरायसिस के कारण ? ( Causes of Psoriasis )
सोरायसिस का मुख्य कारण ख़राब इम्यून सिस्टम को बताया गया है जिसकी वजह से स्किन सेल्स अपने तय समय से पहले विकसित हो जाते हैं| जो सेल्स इन्फेक्शन से लड़ने में हमारी मदद करते हैं वो हेल्दी स्किन सेल्स पर हमला करते हैं | रिसर्च में पाया गया है कि जेनेटिक्स और पर्यावरण भी काफी हद तक सोरायसिस के लिए जिम्मेदार हैं |
वैसे तो सोरायसिस होने की कोई उम्र सीमा नहीं है, पर यह ज्यादातर 15 – 35 उम्र के लोगों में ज्यादा पाया जाता है| इस स्किन विकार (डिजीज) होने के कारण इनमें से कुछ भी हो सकते हैं, जैसे-
- किसी भी तरह का संक्रमण, यानी इन्फेक्शन जैसे – स्किन इन्फेक्शन या स्ट्रेप थ्रोट ( गले का इन्फेक्शन)
- सर्द मौसम, हवा या शुष्क त्वचा
- स्किन में किसी भी तरह की चोट, कटने, छिलने या किसी कीड़े के काटने से, यहाँ तक कि सनबर्न से भी
- धूम्रपान करने या किसी और के द्वारा इस्तेमाल किये गए सिगरेट के सेवन से
- ज़्यादा अल्कोहल के सेवन से
- कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट्स से जैसे – हाई ब्लड प्रेशर की दवाइयां, एंटी-मलेरिया की दवाइयां या फिर लिथियम के सेवन से
- ख़राब इम्यून सिस्टम से यह बीमारी और भी गंभीर रूप ले लेती है
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सोरायसिस के घरेलु उपाय या नुस्खे ( Home Remedies for Psoriasis )
सोरायसिस एक गंभीर बीमारी है और लगातार बढ़ती जाती है, जिसका कोई इलाज नहीं है| इससे रहत पाने के लिए डॉक्टर आपको कुछ दवाइयां, क्रीम, लोशन, शैम्पू वगैरह का उपयोग करने की सलाह देते हैं| डॉक्टर की सलाह के साथ साथ सोरासिस से पीड़ित व्यक्ति इन घरेलु उपायों को भी अपना सकता है, जिससे इस बीमारी में काफी राहत मिलती है|
- हल्दी – हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण मौजूद होते हैं| इन्हीं गुणों की वजह से हल्दी को अलग अलग बीमारी में अलग अलग तरह से खाने में या दवाइयों की तरह उपयोग किया जाता है| सोरायसिस से ग्रसित व्यक्ति हल्दी पाउडर और गुलाब जल को आपस मिलकर कर 15 मिनट तक संक्रमित जगह पर लगा कर रखे और फिर उसे धो ले| ऐसा करने से त्वचा में आई सूजन, लालिमा, खुजली और दर्द से निजात पाया जा सकता है| इस उपाय को हफ्ते में 3 दिन कर सकते हैं|
- सेंधा नमक – सेंधा नमक को आप अपने नहाने के पानी में मिलकर रोज़ाना नहा कर सकते हैं| इससे आपकी त्वचा में आयी सूजन, दर्द और खुजली में आराम मिलेगा|
- एलोवेरा – एलोवेरा का इस्तेमाल स्किन के विकारों में काफी ज़्यादा किया जाता है| एलोवेरा के पत्तों से ताज़ा जेल निकल कर आप संक्रमित जगह पर लगा सकते हैं| एलोवेरा की तासीर ठंडी होती है और इसलिए सोरायसिस की वजह से होने वाली जलन में काफी आरामदायक साबित होती है|
- जैतून और अजवायन के तेल की मालिश – 1 चम्मच जैतून के तेल में 2-3 बूंदें अजवायन के तेल की मिलकर मालिश करने से काफी आराम मिलता है| इस तेल को आप हर रोज़ इस्तेमाल कर सकते हैं|
- नीम का तेल – नीम में एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल गुण होते हैं जो त्वचा सम्बन्धी बिमारियों से लड़ने में सक्षम होते हैं| सोरायसिस से ग्रसित व्यक्ति अगर नीम के तेल की कुछ बूंदें प्रभावित जगह पर रोज़ाना लगाए, तो सोरायसिस के बैक्टीरिया और वायरस को खत्म किया जा सकता है|
- फिटकरी – फिटकरी में एंटी प्रुरिटस गुण होता है जिससे सोरायसिस की वजह से होने वाली खुजली में आराम मिलता है| साथ ही, फिटकरी में मौजूद एंटी माइक्रोबियल गुण सोरायसिस बनाने वाले बैक्टीरिया को ख़त्म कर सकता है| इसलिए एक दिन के अंतराल में नहाने के पानी में फिटकरी का इस्तेमाल करने से काफी आराम मिलता है|
- गिलोय का पाउडर – गिलोय एक जड़ी बूटी है और इसका उपयोग कई बिमारियों में किया जाता है| इसमें सूजन कम करने के गुण पाए जाते हैं, जिसकी वजह से इसे सोरायसिस की सूजन से रहत पाने में उपयोग किया जाता है| गिलोय के पाउडर को आप पानी में मिलाकर एक लेप तैयार कर लें और इसे संक्रमित जगह पर लगा लें| कुछ समय के बाद इसे धो लें| |
- करेले का रस – करेले का रस सोरायसिस की तकलीफ से निजात पाने में काफी कारगार साबित हुआ है| आप हर रोज़ सुबह एक गिलास करेले का रस पी सकते हैं |
सोरायसिस एक गंभीर समस्या है जो आमतौर पर त्वचा में होने वाली खुजली से अलग है | सोरायसिस के लक्षण दिखने पर तुरंत घरेलु उपयोग शुरू करें और त्वचा विशेषज्ञ से अवश्य मिलें | साथ ही अपने खान पान और रोज़ की दिनचर्या का भी खास ख्याल रखें |
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सवाल-जवाब / Frequently Asked Questions (FAQs)
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क्या सोरायसिस एक संक्रामक बीमारी है?
नहीं, सोरायसिस संक्रामक बीमारी नहीं है और यह किसी के साथ संपर्क में आने से नहीं फैलती है|
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क्या सोरायसिस हेरेडिट्री बीमारी है?
हाँ यह बीमारी हेरेडिटरी होती है| अगर आपके परिवार में पहले कभी किसी को सोरायसिस हुआ है तो संभव है कि यह परिवार के किसी दूसरे सदस्य को भी हो जाए|
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सोरायसिस के उपचार से ठीक होने में कितना वक्त लगता है ?
सोरायसिस के ठीक होने का समय उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है| पर सामान्यतः इसे ठीक होने में 1 महीना या उससे ज़्यादा का समय लग सकता है|
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सोरायसिस को जड़ से कैसे खत्म किया जा सकता है?
फोटोथेरपी से सोरायसिस को जड़ से ख़त्म किया जा सकता है| इसमें अल्ट्रावायलेट लाइट की मदद ली जाती है|